घनश्याम बंसल, महानिदेशक मैं डीएमआरसी अकादमी का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह भारत की एक प्रमुख अकादमी है जो परियोजना, योजना सहित मेट्रो संचालन के सभी पहलुओं में प्रशिक्षण समाधान प्रदान करती है।
देश भर में मेट्रो प्रणालियों का विस्तार अपरिहार्य हो गया है और मेट्रो प्रणाली के कुशल संचालन के लिए गहन प्रशिक्षण की आवश्यकता भी है। डीएमआरसी भारत की पहली आधुनिक मेट्रो प्रणाली है जिसका अभूतपूर्व गति से विस्तार हो रहा है। 25 दिसंबर, 2002 को शाहदरा और तीस हजारी के बीच अपने पहले कॉरिडोर के उद्घाटन से, दिल्ली मेट्रो 393 किलोमीटर और 288 स्टेशनों के परिचालन नेटवर्क के साथ दिल्ली की जीवन-रेखा बन गई है।
शुरुआत में इसे वर्ष 2002 में डीएमआरसी प्रशिक्षण संस्थान के रूप में शुरू किया गया था और पिछले कुछ वर्षों में इसका स्तर और प्रतिष्ठा काफी बढ़ी है। बुनियादी सुविधाओं में समग्र सुधार के बाद वर्ष 2019 में इसे दिल्ली मेट्रो रेल अकादमी का नाम दिया गया। अकादमी अब समर्पित विशेषज्ञ संकाय के साथ अत्याधुनिक प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे से सुसज्जित है। यह न केवल दिल्ली मेट्रो बल्कि अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को भी पूरा करता है।
बुनियादी सुविधाओं में 900 से अधिक प्रशिक्षुओं की क्षमता वाले 25 वातानुकूलित कक्ष शामिल हैं, जो इंटरएक्टिव पैनल डिस्प्ले/अल्ट्रा शॉर्ट थ्रो प्रोजेक्टर/सीलिंग माउंटेड प्रोजेक्टर, लैन और सीपीयू, वाई-फाई, डिजिटल मल्टीमीडिया पोडियम आदि जैसे अत्याधुनिक शिक्षण उपकरणों से सुसज्जित हैं। इसमें 33 सिम्युलेटर, 12 प्रदर्शन कक्ष और 5 कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण कक्ष भी हैं।
डीएमआरसी अकादमी ने आईआईएम लखनऊ, आईआईटी-बीएचयू, एफएमएस नई दिल्ली जैसे शैक्षणिक क्षेत्र के उत्कृष्ट संस्थानों के साथ अनुबंध किया हैं। टनलिंग और अंडरग्राउंड स्पेस इंजीनियरिंग (सीईटीयूएसई) के लिए उत्कृष्टता केंद्र विकसित करने के लिए आईआईटी-बीएचयू के साथ एक समझौता किया हैं। डीएमआरसी परिचालन से संबंधित अपनी संपत्तियों के 'भविष्य में होने वाले रखरखाव' के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग करने में आईआईआईटी-डी के साथ भी जुड़ेगी।
डीएमआरसी अकादमी आईएसओ: 9001: 2015 प्रमाणित है और इसे हाल ही में प्रतिष्ठित क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) के राष्ट्रीय मानकों के तहत मान्यता दी गई है, इसके लिए 18.07.2023 को राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनएबीईटी) द्वारा प्रत्यायित किया गया हैं।
डीएमआरसी अकादमी की 'क्षमता निर्माण' की कार्य प्रणाली को ऐसे डिज़ाइन किया गया है कि यह 'सप्लाई ड्रिवन' न हो कर 'डिमांड ड्रिवन' हो। यही हमारे ग्राहकों की प्रसन्नता का राज है।